मे.धा.वी. के कलम से ......


मेधा   के मृदुल मृदंग

धारणा यह किसके संग||


वीभत्स वीरान मन में विश्वास जगमगाए


वंदनवार सफलता की हर बार मुझे आजमाएं||


शिथिल नहीं शिखर को इंतजार है मेरा


कागज नहीं काफिलों का संसार है मेरा||


Comments

  1. काव्य कला का उत्तम प्रदर्शन। अदभुत् एवं सराहनीय।

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